- सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में मंगलवार को 278 सहायक आचार्य, 2142 स्टाफ नर्स व 48 आयुष चिकित्सा शिक्षकों को दिया नियुक्ति पत्र
- पारदर्शिता से मिली नौकरी, युवाओं ने कहा- चिकित्सा जगत में कर्म के साथ रोगियों की सेवा ही लक्ष्य
- तीन दिन के भीतर दूसरी बार आयोजित किया गया नियुक्ति पत्र वितरण समारोह
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की देन है कि नौकरियां सिर्फ और सिर्फ पात्रता और पारदर्शिता के आधार पर ही मिल रही है। ऐसी धारणा के साथ मंगलमय भविष्य की कामना पूरी होने पर नवचयनित युवा मुख्यमंत्री के प्रति आभार जता रहे हैं। युवाओं का मानना है कि पारदर्शिता से नौकरी मिली है, लिहाजा अपने कार्य के प्रति पूरी हमारा भी दायित्व बढ़ गया है। हम पूरी तरह से कार्य के प्रति समर्पित रहकर रोगियों की सेवा करेंगे। गौरतलब है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन व अन्य जिलों में जनप्रतिनिधियों के द्वारा नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। मंगलवार को कुल 278 सहायक आचार्य, 2142 स्टाफ नर्स व 48 आयुष चिकित्सा शिक्षकों को दिया नियुक्ति पत्र दिए गए। तीन दिन के भीतर सीएम योगी ने दूसरी बार युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा। रविवार को भी सीएम ने लोकभवन में 242 सहायक बोरिंग टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र दिया था।
यहां बुलाकर नियुक्ति पत्र देना गौरवान्वित करने वाला पल
डॉ. वेदप्रकाश उपाध्याय ने कहा कि नियुक्ति पत्र कॉलेज में भी दिया जा सकता था, लेकिन यहां बुलाकर नियुक्ति पत्र देने से गौरव की अनुभूति हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उद्बोधन से प्रेरणा मिलती है कि मेहनत, इलाज के साथ बच्चों की पढ़ाई पर भी ध्यान देना है। यह उद्बोधन हमें समर्पण की भावना के साथ कार्य करने को लेकर प्रेरणा देता रहेगा।
नियुक्ति कोई भी हो, यूपी में पारदर्शिता से ही मिलेगी
बाराबंकी की रहने वालीं सरोजिनी देवी का चयन प्रतापगढ़ में स्टाफ नर्स पद पर हुआ है। कम समय में पारदर्शिता के आधार पर नौकरी मिली। सरोजिनी कहती हैं कि किसी भी विभाग में नियुक्ति हो, यूपी में अब पारदर्शिता के आधार पर ही नौकरी मिलती है। इस प्रक्रिया के हम सभी कायल हैं।
निष्पक्ष चयन के लिए जताया आभार
नियुक्ति पत्र पाने वालीं डॉ. अंजलि चौधरी का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर सुल्तानपुर में हुआ है। निष्पक्ष रूप से चयन के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। अंजलि ने कहा कि निष्पक्ष प्रक्रिया के आधार पर मिली भर्ती से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा रहता है और नित नया करने की प्रेरणा मिलती है।
अब हमारी भी जिम्मेदारी बढ़ गई है
नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे मो. फैजान अंसारी की नियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर कानपुर देहात के पद पर हुई है। वे नियुक्ति प्रक्रिया की निष्पक्षता के कायल हैं। उन्होंने इसके लिए योगी सरकार के प्रति आभार जताया। फैजान ने कहा कि ईमानदारी से हुई नियुक्ति प्रक्रिया ने हमारी भी जिम्मेदारी बढ़ा दी है। हमें मेहनत से काम करके अच्छे परिणाम देने हैं।
गर्व है हमें, निष्पक्षता से हुआ चयन
देवरिया की रहने वाली श्वेता सिंह नियुक्ति पत्र पाकर फूले नहीं समा रही थीं। इनका चयन बस्ती में हुआ है। हम गर्व से कह रहे हैं कि बिना किसी सिफारिश सिर्फ और सिर्फ निष्पक्षता से चयन के आधार पर नौकरी मिली है। यूपी में सिर्फ पात्रता ही चयन का पैमाना है। इस पैमाने पर उतरने पर ही हमें नौकरी मिली। इसके लिए योगी सरकार का धन्यवाद।